मिथुन- (अक्षर तालिका- का, की, कू, घ, ड़, छ, के, को, ह) पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार बारह राशियों में मिथुन को तृतीय(तीसरा)स्थान प्राप्त है।मिथुन राशि का प्रतीक चिन्ह स्त्री-पुरुष का एक जोड़ा है।ज्योतिष की यह पहली राशि है जिसमें मानवाकृति बनी हुई है। यह जोड़ा स्त्री-पुरुष का साथ बताता है।यह राशि स्वभाव से द्वि-स्वभाव मानी जाती है अत: इसके प्रभाव से आप द्वि-स्वभाव व्यक्तित्व के हो सकते हैं। बुध के प्रभाव स्वरुप इस राशि के लोगों को बुद्धिमान व हाजिर-जवाब माना गया है।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार यह सम संज्ञक, पुरुष प्रधान, पश्चिम दिशा की स्वामिनी, शीर्षोदय,रात्रीबली, जलाश्रयी, वैश्य वर्ण हरे रंग की अधिपति तथा लग्न में बली मानी जाती है।
🌹भौतिक लक्षण🌹
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसारमिथुन राशि का जातक का शरीर लंबा, सुडौल शरीर, पतले और लंबे हाथ मध्यम रंग, ठोढ़ी के पास गढ्ढ़ा, सक्रिय स्पष्ट वचन तीखी-सक्रिय काली आंखें, लंबी नाक चेहरे पर मस्सा आदि होते हैं।
🏵स्वभाव🏵
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप बहुत ही चुलबुले,कुशल-वक्ता, सोन्दर्य प्रेमी कल्पनाशील, विचारशील,चतुर,परिश्रमी,मस्तमौला,रोमांटिक, जिन्दादिल,बहुत बोलने वाले और हर बात में तर्क वितर्क करने वाले हैं तो अपने दूसरे रुप में बहुत ही धीर गंभीर रहने वाले, व्याकुल,अशांत कुशल कूटनीतिज्ञ राजनीतिज्ञ और चिन्तन मनन करने वाले होते हैं।
✍गुण एवं चारित्रिक विशेषताएं✍
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार वायु तत्त्व होने के कारण आपके मन के घोड़े सदा दौड़ते ही रहेंगे और आप सदा कोई ना कोई योजना बनाने में मशगूल रहेंगे। चिन्तन मनन बहुत करेंगे,विचारशील व्यक्ति होगें।आप परिश्रमी तथा बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति होगें।आप हर परिस्थिति में स्वयं को ढ़ालने में अनुकूल होगें, आप बहुत ही तर्कपूर्ण तरीके से अपने शब्दों की अभिव्यक्ति करते हैं।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आपकी सबसे बड़ी खूबी यह होती है कि आप एक समय में दोहरा व्यक्तित्व अपनाते हैं लेकिन दोनो व्यक्तित्व में संतुलन बनाकर रखते हैं।आपके एक रुप में क्रोधी तो दूसरे रुप में शांत चित कोई भी रुप सामने आए, आप दोनो में ही परिस्थिति अनुकूल स्वयं को ढ़ालने में सक्षम होते हैं।इसीलिए आप कहीं भी क्यूँ ना चले जाएँ, आपके आसपास के लोग कभी बोरियत महसूस नहीं करते हैं। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप एक जिन्दादिल व्यक्ति हैं और सदा मौज मस्ती के मूड में रहते हैं। प्रेम संबंधों को लेकर आप सदा ही जोश में रहते हैं लेकिन अपने प्रेम संबंधों का इजहार करने में आप झिझकते बहुत हैं।प्रेम संबंधों को पूरी ईमानदारी से निभाने की कोशिश करते हैं, आपको मित्रों के साथ घूमना-फिरना भी बहुत अच्छा लगता है।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप समाज के नियमो का पालन भी बखूबी करते हैं और आप कभी अधिक समय तक अकेले नहीं रह सकते हैं।आपको अच्छी बाते करना, गपशप और तर्कपूर्ण बाते करना अच्छा लगता है। यही सभी खूबी आप सामने वाले व्यक्ति में भी तलाशते हैं और सामने वाला व्यक्ति आपके समान नही है तब आप एक कदम पीछे हटा लेते हैं क्योकि आपको साफ व स्पष्ट बात करना अच्छा लगता है। इन्ही सभी खूबियों के कारण आप महिलाओं को अत्यंत प्रिय होते हैं।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसारय ह मृगशिरा नक्षत्र के तीसरे चरण के मालिक मंगल-शुक्र हैं। मंगल शक्ति और शुक्र माया है।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार जातक के अन्दर माया के प्रति भावना पाई जाती है और जातक जीवनसाथी के लिए हमेशा शक्ति बन कर प्रस्तुत होता है। साथ ही, घरेलू कारणों के चलते कई बार आपस में तनाव रहते है मंगल और शुक्र की युति के कारण जातक में स्त्री रोगों को परखने की अद्भुत क्षमता होती है।जातक वाहनों की अच्छी जानकारी रखता है।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार नए-नए वाहनों और सुख के साधनों के प्रति अत्यधिक आकर्षण होता है। इनका घरेलू साज-सज्जा के प्रति अधिक झुकाव होता है।मंगल के कारण जातक वचनों का पक्का बन जाता है।
गुरु आसमान का राजा है तो राहु गुरु का शिष्य, दोनों मिलकर जातक में ईश्वरीय ताकतों को बढ़ाते हैं।इस राशि के लोगों में ब्रह्माण्ड के बारे में पता करने की योग्यता जन्मजात होती है। वह वायुयान और सेटेलाइट के बारे में ज्ञान बढ़ाता है।राहु-शनि के साथ मिलने से जातक के अन्दर शिक्षा और शक्ति उत्पादित होती है। जातक का कार्य शिक्षा स्थानों में या बिजली, पेट्रोल या वाहन वाले कामों की ओर होता है।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार जातक एक दायरे में रह कर ही कार्य कर पाता है और पूरा जीवन कार्योपरान्त फलदायक रहता है। जातक के अंदर एक मर्यादा होती है जो उसे धर्म में लीन करती है और जातक सामाजिक और धार्मिक कार्यों में अपने को रत रखता है।गुरु जो ज्ञान का मालिक है, उसे मंगल का साथ मिलने पर उच्च पदासीन करने के लिए और रक्षा आदि विभागों की ओर ले जाता है।जातक अपने ही विचारों, अपने ही कारणों से उलझता है।
👩🎓कैरियर👨🎓
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार जातक हर कार्य में जिज्ञासा और खोजी दिमाग होने के कारण इस राशि के लोग अन्वेषण में भी सफलता लेते रहते हैं और पत्रकार, लेखक,मीडियाकर्मी, विभिन्न भाषाओं की जानकारी, योजनाकार भी बन सकते हैं।मिथुन राशि का होने से जातक के लिए मीडिया में जाना उचित हो सकता है क्योकि वहाँ वाकपटु होना जरुरी है। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार इसके अतिरिक्त आप ज्योतिष, अकाउंट्स, आंकड़ो से जुड़े काम भी कर सकते हैं।आप लेखन अथवा संपादन में भी अपना कैरियर बना सकते हैं। इंजीनियरिंग, शिक्षण तथा सलाहकारिता के काम भी आप कर सकते हैं।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसारआप अनुवादक,अच्छे आलोचक, साहित्यकार, प्रशासनिक अधिकारी, प्रकाशक, विश्लेषक तथा डाक-तार विभाग में
भी आप भाग्य आजमा सकते हैं। मार्केटिंग फील्ड या वाणी के प्रभाव से होने वाला हर कार्य आपके लिए उपयुक्त होगा।
🚫कमियाँ🚫
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार इनमें असंगतता, सनकीपन भी झलकने लगता है। दरअसल इनका दोहरा व्यवहार इनके लिये कई बार सकारात्मक तो कई बार नकारात्मक साबित होता है। एक और ये शांत व गंभीर होते हैं तो दूसरी और मजाक उड़ाने में भी देर नहीं लगाते। संगत का रंग इन पर बहुत जल्दी चढ़ता है। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार बुरी संगत में ये बहुत बूरे हो जाते हैं तो अच्छी संगत इन्हें बहुत अच्छा बनाती है। इनके व्यक्तित्व का एक गुण मूडी होना भी है।
📖विवेचना📖
मिथुन - तीसरी राशि
राशि स्वरूप - स्त्री-पुरुष आलिंगनबद्ध
राशि स्वामी - बुध। स्वभाव- उग्र
दिशा - पश्चिम। वर्ण - शुद्र
लिंग - पुरुष। गुण - तम
तत्त्व - वायु। योनि - मनुष्य
प्रभुत्व - कंठ व भुजा
रंग - हरा। रत्न - पन्ना।
Pandit Anjani kumar Dadhich
Nakastra jyotish Hub
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