🌻मूलांक (5) के बारे में🌻
पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, और 23 को हुआ है तो आपका मूलांक 5 होगा। मूलांक पांच के अधिष्ठाता ग्रह बुध हैं इसलिए मूलांक पांच के व्यक्तियों पर बुध ग्रह के विशेषताओं का विशेष प्रभाव होता है।
👉स्वाभाविक विशेषताएं👈
पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 5 का संरक्षक ग्रह बुध है। ज्योतिष में बुध “बुद्धि” का कारक है। इस मूलांक के व्यक्ति प्रसन्न रहना चाहते है। ऐसा व्यक्ति झगड़ा करना पसंद नहीं करता है। इस मूलांक वाला व्यक्ति विलक्षण प्रतिभा से युक्त होता है। ऐसा व्यक्ति बहुत ही तार्किक होता है।इस मूलांक वाले व्यक्ति निर्णय लेने मे निपुण होते है। ऐसे व्यक्ति परिश्रम करने से करने से बचते है। आप बहुत ही आसानी से धन कमाने की कोशिश करते है। पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार आप हमेशा धनोपार्जन के नये रास्ते और तरीके खोजने का की कोशिश करते रहते है। आप दोहरी नीति के धनि व्यक्ति होंगे। कई बार तो आप करे या न करे के भवर जाल में भी झूलते रहते है।
पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार आप अपने आपको परिस्थिति के अनुरूप ढाल लेते हैं। मूलांक 5 वाले व्यक्ति किसी विषय को लेकर ज्यादा गम्भीर नहीं होते। आप न तो ज्यादा देर तक खुश रह सकते है और न ही ज्यादा देर तक दुखी रह सकते है।
पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार मूलांक पांच का स्वामी बुध है।ये तार्किक, विचारशील और बौद्दिक क्षमता से परिपूर्ण होते हैं।नित्य नयी सूझ बूझ के साथ स्वयं को प्रदर्शित करने में इनका कोई शानी नहीं है।ये साहसिक,आत्म-विश्वास से भरे अपने मानसिक क्षमता से जाने जाते हैं।आप साहसिक, बेचैन और निरंतर कुछ न कुछ करते रहने वाले हैं।पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार बदलाव और नवीनता आपको सबसे ज़्यादा पसंद है।आप साहसिक कार्यों में सबसे ज़्यादा आनंद लेते हैं और आप की साहस आप को एक नए मुकाम पर ले जाती है।शायद यही स्वभाव आपको अच्छा व्यवसायी बनता है।व्यवसाय में बुद्धिमत्ता, साहस और अनुशासन तीनों की आवश्यकता होती है और यही तो आपका स्वभाव है।पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार नए बदलाव, नयी संभावनाएं आपसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता।नए विचारों पर प्रयास करना, नए लोगों से मिलना-जुलना, नए दोस्त बनाना आपका स्वाभाव है।आपको पुरातनपंथी कहना पूरी तरह से गलत होगा।आप लोगों को प्रोत्साहित करते हैं और अपनी बात मना पाते हैं और इसलिए आप एक अच्छे दुकानदार या व्यवसाई हो सकते हैं।पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार आपका जॉब अगर यात्रा करने से सम्बंधित है तो इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता क्योंकि, एक जगह ठहर कर रहना आपका स्वभाव नहीं है।
👪पारिवारिक तथा दाम्पत्य जीवन👪
पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार आपका पारिवारिक जीवन सुखमय व्यतीत होता है। आपको अपने भाइयों, बहनो और परिजनों के साथ रिश्ता सामान्य बना रहेगा। आप के मित्र जल्दी बनते है। और उन्हें भूल में देर नही लगती वैसे आप भूलना नही चाहते है। मित्रों से आपको उतना लाभ नही मिलता जितना अन्य को मिलता है।पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार आपका वैवाहिक सम्बन्ध ठीक होगा। अधिक मिलनसार स्वभाव के होने के कारण महिला मित्र भी अधिक होते हैं। परन्तु मूलांक 5 वालों के प्रेम सम्बन्ध स्थायी रहता है दो विवाह की भी संभावनाए बानी रहती हैं। संतान को लेकर कुछ चिंताएं बनी रहेगी। ससुराल पक्ष से आपका रिश्ता सामान्य बना रहेगा।
🌷रोग🌷
पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार आपके शरीर में पीड़ा तथा तनाव हो सकता है। आप अनिद्रा के शिकार हो सकते है। शरीर में बदहजमी,नजला, सिर दर्द, नाक व आंखों की तकलीफ़ हो सकती है।
🎓शिक्षा🎓
पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार आप पढाई करेंगे कई बार यह भी देखा गया है कि मूलांक 5 वाले पूरी उम्र कुछ न कुछ पढाई करते ही रहते है।अगर कोई विपरीत परिस्थिति न हो तो आप अपनी पढाई पूरा करेंगे। यदि आप अन्वेषणात्मक पढाई करते है तो आपको लाभ मिलेगा। पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसारआपकी रूचि वाणिज्यिक विषय में होगी। अर्थात आप कामर्स का अध्ययन करे तो अच्छा रहेगा। आप मेनेजमेंट की पढाई कर सकते है।आप कई भाषाओं के जानकार होते हैं। यदि आपकी शिक्षा कम भी रह जाती है तो भी आप समाज तथा परिवार में बुद्धिमान ही कहलाते हैं।धार्मिक ग्रंथों तथा गुप्त विद्याओं का भी अध्ययन करने में रूचि रखते है।
📰कार्यक्षेत्र📰
पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार आप शिक्षा व व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़कर अच्छा काम कर सकते है और इस क्षेत्र में एक नये मुकाम हासिल कर सकते है। आप अपने लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकते है इसमें कोई संदेह नहीं है। आप निरंतर अपने काम में लगे रहते है और नये-नये परिवर्तन तथा आविष्कारों से अपने नाम को रौशन करने का प्रयास करते हैं।आप हर काम करने से पहले कई बार सोचते है। आप अपने कामों में नीत नवीनता लाने के लिए हमेशा कोशिश करते हैं। आप नौकरी और व्यवसाय दोनों से लाभ प्राप्त कर सकते है। पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार आप ब्रोकर, सेल्समैन, क्लर्क तथा अध्यापक का कार्य कर सकते है। आपके जीवन का मूल रहस्य यह है अपने लक्ष्य को पाना।गुप्त विद्या और धार्मिक ग्रन्थों में रुचि होने के कारण आप ज्योतिषी का भी कार्य कर सकते है।पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 5 वाले व्यापार और उद्योग धंधों में सफलता पाते हैं। आप अच्छे मैनेजर, वकील, जज, लेखाधिकारी, शिक्षाविद, डाक्टर, पत्रकार पब्लिक रिलेशन अधिकारी हो सकते हैं।पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार इन्हें अर्थशास्त्र और संगीत का भी अच्छा ज्ञान होता है। ज्योतिष के क्षेत्र में आप अच्छा नाम कमा सकते है।आप निर्णय तुरंत लेते है तथा कार्य को बड़ी तेजी के साथ पूर्ण करते है। आपको अपना व्यवसाय करना ज्यादा अच्छा लगता है। कई बार तो यह भी देखा गया है कि ऐसा जातक नौकरी के साथ कोई न कोई व्यवसाय भी करता है इसका मुख्य कारण यह होता है कि नौकरी से मिलने वाली निश्चित आय से आत्मसन्तुष्टि नहीं होती। वस्तुतः व्यवसाय इनके स्वभाव में होता है।
❌कमियाँ❌
पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार साहस और जिज्ञासा आपको नित्य नयी चीज़ों की तरफ ले जाता है और यही आपके रिश्तों में कड़वाहट लाता है। आप भावुक स्वाभाव के होने के बावजूद कभी कभी अच्छे पति या प्रेमी नहीं साबित होते।आप रिश्तों में थोड़ा स्थायीत्व लाऐ।साहस और नित्य नये विचारों को क्रियान्वित करने में आपका जीवन दिशाहीन हो सकता है।इन पर एक हद तक नियंत्रण लगा कर आगे बढे।याद रखें, एक मुकाम पर चीज़ों को एक दिशा में ही ले जाना पड़ता है।आपका साहस कभी कभी आपको जुआ,सट्टा या लाटरी की तरफ ले जाता है और आप कभी-कभी अपना सब कुछ दांव पर लगा देते है।ध्यान रहे, बहुत कुछ कुछ पाने की चाहत में आप सब कुछ न खो दें।पंडित अंंजनी कुुुुुुमार दाधीच के अनुसार अगर आपकी घूमने की इच्छा नहीं पूरी होती है तो आप निराशा के गर्त में चले जाते हैं।आप बहुत सोचते है जिसके कारण मानसिक उलझन में रहते है।आपके स्वभाव में दोहरापन रहता है यह उचित नहीं है।इसके कारण आपको नुकसान भी उठाना पड़ता है।आपका स्वभाव तथा सोच सबसे अलग है यह आपके लिए तो ठीक है परन्तु सब के लिए नहीं।आप स्वार्थी व्यक्ति है यह आपके ये तो ठीक है परन्तु अन्य के लिए ठीक नहीं होता।
✔️सलाह✔️
आपको बुध ग्रह की उपासना करनी चाहिए
माता सरस्वती की उपासना सभी समस्याओं का हल है।
भगवान् गणपति की उपासना तथा प्रतिदिन गणपति के द्वादश नाम का जप करने से आर्थिक समृद्धि, मान सम्मान तथा यश की प्राप्ति होगी।
किसी कार्य को हल्के में लेना सबसे बड़ी कमजोरी है।
दूसरे के स्वभाव को समझने की कोशिश करें।
आपके लिए शुभ दिशा है उत्तर।
आपके लिए शुभ धातु है चांदी।
आपके लिए मूलांक 1,3,5,6 वाले जातक सच्चे मित्र हो सकते है।आपके लिए शुभ रंग हरा, सफेद रंग तथा नीला हैं। यदि आप अपने ऑफिस तथा शयनकक्ष के पर्दे, बेडशीट एवं दीवारों के रंग का प्रयोग निर्दिष्ट शुभ रंग में करे तो भाग्य आपका साथ देगा।
🏵विवेचना🏵
स्वामी ग्रह : बुध। इष्टदेव- भगवान लक्ष्मीनारायण
श्रेष्ठ प्रभाव : 21 मई से 22 जून तथा 21 अगस्त से 20 सितम्बर के मध्य उत्पन्न जातक
श्रेष्ठ तारीखें : 5, 14, 23
उन्नत समय : 21 मई से 21 जून, 21 अगस्त से 20 सितम्बर
निर्बल समय : मई, सितम्बर, दिसम्बर
शुभ दिन : बुध, सोम, गुरु, शुक्र
सर्वोत्तम दिन : बुधवार शुभ रंग- हल्का खाकी, सफेद, चमकीला, उज्ज्वल, हरा
शुभ रत्न- पन्ना
रोग- फ्लू, लू लगना, जुकाम, स्नायु निर्बलता, मस्तिष्क रोग, ब्लडप्रेशर, चर्मरोग
श्रेष्ठ वर्ष- 5, 14, 23, 32, 41, 50, 59, 68
व्रत- पूर्णिमा, रविवार
दान पदार्थ- पन्ना, स्वर्ण, मूंगा, कांस्य पात्र, हरा वस्त्र, घृत, शक्कर, कर्पूर, हाथी दांत, पंचरत्न
विवाह श्रेष्ठता- 15 अगस्त से 14 सितम्बर, 15 मार्च से 15 अप्रैल व 15 जनवरी से 14 फरवरी के मध्य जन्मे जातकों से
मित्र अंक- 1, 3,5,6
शत्रु अंक- 2, 9
व्यवसाय- तार, टेलीफोन विभाग, ज्योतिष, सेल्समैन, बीमा, बैंकिंग, बजट, निर्माण, रेलवे, इंजीनियरिंग, संपादन, तम्बाकू, लेखन, पत्रकारिता, राजनीति, पुस्तक, ट्रांसपोर्ट, पर्यटन आदि
अनुकूल दिशा- उत्तर उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम
अशुभ दिशा- दक्षिण-पश्चिम
pandit anjani kumar dadhich
nakastra jyotish hub
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