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Sunday, 26 July 2020

मूलांक 4

🌻मूलांक (4) के बारे में 🌻
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22 और 31 को हुआ है तो आपका मूलांक 4 होगा। मूलांक चार के अधिष्ठाता ग्रह राहु हैं इसलिए मूलांक चार के व्यक्तियों पर राहु ग्रह के विशेषताओं का बहुत प्रभाव होता है। परन्तु पाश्चात्य विद्वानों के मतानुसार मूलांक चार का स्वामी हर्षल ग्रह को माना है।
🌹स्वाभाविक विशेषताएं🌹
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 4 वाले जातक के जीवन में परिस्थितियां और घटनाएं अचानक ही घटित होती हैं जिनकी इन्होंने कल्पना भी नहीं की होती है।आप लोग निरंतर क्रियाशील रहते हैं।आप लोग सामाजिक और व्यावहारिक सोच रखने वाले लोगों में से हैं।आप मेहनती हैं और मेहनत से अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं।ये लोग कभी बहुत संपन्न तो कभी बहुत विपन्न भी देखे गए हैं।धन का गमनागमन, उन्नति-पतन, यश-अपयश, जय-पराजय, हानि-लाभ, सौभाग्य-दुर्भाग्य इत्यादि इनके जीवन में आता-जाता रहता है।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार ये नवीनता के उपासक और प्राचीन रूढ़िवादिता का विरोध करते हैं।आपको प्राचीन प्रथा पर श्रद्धा और विश्वास नहीं होता है। आप प्राचीन परम्पराओ को उखाड़-फेकने तथा आधुनिक प्रथा के संस्थापक के रूप में कार्य कर सकते है। आप समाज में व्याप्त रूढ़ियों को दूर करने का भरसक प्रयास करते हैं। 
ये पूर्णरूप से सामाजिक होते हैं और उसका निर्वहन करते हैं।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप लोग संगठित रहते हैं और दूसरों से भी यही उम्मीद रखते हैं।घर पर साज सज्जा के साथ रहना इन्हे पसंद है और अगर इन्हे असंगठित देखें तो जान लीजिये की कुछ ठीक नहीं है।आप लोग त्यौहार, पर्व, पार्टी मानाने के शौक़ीन होते हैं और इसी से अपना दिमाग शांत रखते हैं।इनका सही और गलत का परख अच्छा रहता है और ये खुद ईमानदार होते हैं और दूसरों की ईमानदारी का सम्मान करते हैं।आप लोगों के सपने सत्यता के करीब होते हैं और उन्हें मेहनत से पूरा करने में आप कभी पीछे नहीं हटते।आप निर्माण कार्य जैसी चीज़ों में ज्यादा निपुण होते हैं। आप कभी भी अपने आस पास लोगों को शिक्षित करने में कभी नहीं चूकते।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप लोग वफादार, भरोसेमंद और अपनी बात के पक्के होते हैं और एक अच्छा मित्र या साथी साबित होते हैं. कुल मिला जुला कर आप एक सामाजिक, व्यवहारिक और भरोसेमंद इंसान हैं। मूलांक चार के व्यक्ति की सोच सामान्यजन से प्रायः अलग होती है। इसी कारण आपके मित्र भी कभी कभी दुश्मन हो जाते हैं।आपके व्यवहार में विरोध की प्रमुखता होती है जो जीवन के प्रत्येक स्तर पर दिखाई देती है। इस कारण लोग इन्हें लड़ाकू व झगडा़लू भी समझ बैठते हैं।आप समाज सुधारक के रुप में कार्य कर सकते हैं। आप जैसे लोग समाज में नई परम्परा को स्थापित करते हैं। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक चार का जातक राहु के प्रभाव में होता है इस कारण इस मूलांक के लोगों में विध्वंसात्मक तथा साहसिक कार्य करने कि प्रवृत्ति होतीे है। आपके व्यक्तित्व को आसानी से समझ पाना आसान नहीं होता। आप अपनी गोपनीयता को गोपनीय बनाये रखना चाहते है परन्तु अंततः आपकी पोल खुल ही जाती है।आप सहजतापूर्वक अथवा जल्द ही किसी से संबंध स्थापित या दोस्ती नहीं कर पाते हैं किंतु जब एक बार दोस्त बना लेते हैं तो बहुत अच्छे मित्र साबित होते हैं।मूलांक चार के जीवन में अचानक प्रगति होती है।जीवन में अनेक असंभावित घटनायें भी घट सकती हैं।  
👪पारिवारिक तथा दाम्पत्य जीवन👪
मूलांक चार के जातकों का पारिवारिक और दाम्पत्य जीवन कुछ क्लेशयुक्त भी रहता है। इन्हें पत्नी के स्वास्थ्य की सदैव चिंता बनी रहती है। यदि परिवार के सदस्य उनकी देखभाल करते हैं, तो भी वे अपने को हमेशा अकेला ही समझते हैं इनका अकेलापन दूर नहीं हो पाता है। प्रेम विवाह की संभावना रहती हैं। भाई तथा बहिनों से कम ही बनती है। परन्तु मूलांक 6 तथा 8 से संबंध सहजता से स्थापित कर लेते हैं। 
👨‍🎓 शिक्षा👩‍🎓
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप पढाई करेंगे लेकिन 14 से 16 वर्ष की अवस्था में पढाई में दिक्कत आ सकती है। आप अपनी पढाई पूरा कर सकेंगे। यदि आप अन्वेषणात्मक पढाई करते है तो आपको लाभ मिलेगा।आपकी विज्ञान विषय में रुचि होती है। कंप्यूटर की पढाई आपके लिए सबसे अच्छा होगा। आप मेडिकल की भी पढाई कर सकते है। पैथोलॉजी का कोर्स आपके बहुत अच्छा रहेगा।
👉कार्यक्षेत्र👈
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप सामाजिक व राजनीति क्षेत्र से जुड़कर काम कर सकते है और इस क्षेत्र में एक नये मुकाम हासिल कर सकते है।आपको अपने जीवन यात्रा में दो प्रकार से आय प्राप्त होती है। आप नौकरी और व्यवसाय दोनों का लुफ्त उठा सकते है।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप डॉक्टर, ब्रोकर, वैज्ञानिक, सेल्समैन, समाजसुधारक, क्लर्क, राजनितिज्ञ तथा पुलिस का कार्य कर सकते है। इसके अलावा आप अच्छे इंजीनियर, वकील, मैकेनिक या अकाउंटेंट भी हो सकते हैं।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आपके जीवन का मूल रहस्य यह है कि आप बिना किसी का परवाह किये अपने लक्ष्य को पाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। आप परिस्थिति का दास न बनकर परिस्थितियों को ही दास बनाने के लिए दृढ संकल्प ले लेते हैं।
❌कमियाँ❌
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार अपने तरीके से काम करने के वजह से आप लोग कभी कभी जिद्दी या गुस्सैल हो जाते हैं और अपनी जिद्द में दूसरों की बातों को नज़रअंदाज़ कर जाते हैं।आप लोगों के मुह पर बिना लिहाज़ किये ऐसे बातें बोल देते हैं जिससे आप के बहुत से शत्रु बन जाते हैं।ऐसी परिस्तिथियों से बचे और अपने ज़बान और लिहाज़ का ख्याल रखें।व्यवहारिक होने के बावजूद आप अपनी योजनाओं को मूर्त रूप देने में इतना विलम्ब करते हैं जिससे सही मौका हाथ से निकल जाता है।आप कभी कभी ऐसा महसूस करने लगते हैं की सब ठीक चल रहा है और कुछ भी करने की ज़रुरत नहीं है,आप का यही स्वभाव अच्छे मौकों को छोड़ देता है और बाद में बहुत देर हो चुकी रहती है।आप अपनी निरंतरता बनाये रखे और यही आप का स्वाभाव भी है।अगर आप उम्मीद से कम आराम या मज़ा करते हैं तो आप निराशा के गर्त में जाने लगते हैं।हालाँकि, आराम आपका स्वाभाव नहीं हैं।आप अति व्ययी है जिसके कारण धन संग्रह अधिक नहीं कर पाते हैं।आप सामजिक सोहरत पाने के चक्कर में अनेक दुश्मन बना लेते है यह उचित नही है।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार क्रोधी स्वभाव होने के कारण कभी-कभी बहुत नुकसान उठाना पड़ता है।आपका स्वभाव तथा सोच सबसे अलग है यह आपके लिए तो ठीक है परन्तु सब के लिए नहीं। 
दूसरों को हानि पहुँचाकर अपना स्वार्थ सिद्ध करना क्षणिक आनंददायक तो देता है परन्तु अंतिम परिणाम दुखदायक होता है।
🎭रोग एवं उपचार🎭
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आपको हृदय रोग, रक्तचाप, अनिंद्रा, पीठ दर्द, रक्ताल्पता, श्वांस रोग, टांगों में चोट और नैत्ररोग आदि होने की संभावना बनी रहती है। दुर्घटना में मृत्यु होने का भय बना रहता है। स्थायी स्वास्थ्य के लिए पालक, हरी सब्जियां एवं अंकुरित मूंग का सेवन विशेष लाभदायक है। 
📖सलाह📖
आपको गोमेद या काले हकीक की अगुंठी धारण करनी चाहिए।
भगवान गणेश की आराधना करनी चाहिए। 
भगवान् शिव की उपासना तथा रुद्राभिषेक से आर्थिक समृद्धि, मान सम्मान तथा यश की प्राप्ति होगी।आपके लिए शुभ दिशा है नैऋत्य कोण।
आपके लिए शुभ धातु चांदी है । 
आपके लिए मूलांक 6, 8 वाले जातक सच्चे मित्र हो सकते है।
आपके लिए शुभ रंग काला, आसमानी, मैरून, हरा, पीला तथा नीला हैं। यदि आप अपने ऑफिस तथा शयनकक्ष के पर्दे, बेडशीट एवं दीवारों के रंग का प्रयोग निर्दिष्ट शुभ रंग में करे तो भाग्य आपका साथ देगा।
किसी कार्य को हल्के में लेना सबसे बड़ी कमजोरी है।
आप अपने शुभचिंतकों को समय पर नहीं पहचान पाते तथा ‍जिद्द और अहंकार में आकर अपना नुकसान कर लेते हैं। अतः आपको सहज रुख अपनाना चाहिए। 
अधिक धन खर्च करने से बचे तथा धन संचय करने के लिए योजना बनाये।अपनी संघर्ष करने की प्रवृत्ति पर अंकुश रखकर, सहनशील तथा सहिष्णु बन सकें और शत्रुता कम पैदा करें।दूसरे के स्वभाव को समझने की कोशिश करें।
🔔विवेचना🔔
स्वामी ग्रह - राहु या हर्षल ग्रह
शुभ समय - 21 जून से 30 अगस्त
निर्बल समय - अक्टूबर, नवम्बर, दिसम्बर
शुभ तिथियां - 4, 13, 22, 31
सहायक तिथियां : 2, 11, 20, 29
शुभ वर्ष - 4, 13, 22, 31, 40, 45, 58, 67
सहायक वर्ष - 2, 11, 20, 29, 38, 47, 56, 65, 74
शुभ दिन - रविवार, सोमवार, शनिवार
सर्वोत्तम दिन - शुक्रवार तथा शनिवार
शुभ रंग - धूप-छांव, नीला, भूरा या स्लेटी रंग
रत्न - गोमेद। धातु - लौह।
रोग - रक्तदोष, संक्रामक रोग, पशु से आघात प्रभावित अंग- पिंडलियां व श्वास क्रिया
देव - गणपति। व्रत - गणेश चतुर्थी
दान - लाल पदार्थ व खाद्यान्न
विवाह संबंध - 15 जुलाई से 15 अगस्त, 15 मई से 14 जून तथा 15 अक्टूबर से 18 नवम्बर के मध्य जन्मे जातक से संबंध उचित। 
व्यवसाय - स्प्रिट, तेल, कैरोसिन, पारा, इत्र, रेल विभाग, वायु सेना, टेक्नीशियन, इंजीनियरिंग, रंगसाजी, छापे का कार्य, टेलीफोन आपरेटर, पत्रकारिता, शिल्प कार्य, विद्युत कार्य, भाषण, उपदेशक, राज्यकर्मचारी, ठेकेदारी
शुभ दिशा - दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम
अशुभ दिशा - उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्व
Pandit Anjani Kumar Dadhich
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