🌻वृष राशि के बारे में🌻
वृष राशि(अक्षर तालिका- ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो) पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार वृष राशि बारह राशियों में द्वितीय स्थान रखने वाली राशि है। वृष राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है तथा वृष राशि का चिह्न बैल है। बैल के समान ही स्वभाव वृष राशि के जातक में भी पाया जाता है। यह स्त्री राशि, हृस्वाकार,सोम्य स्वभाव, स्थिर राशि, रात्रि बली, पृष्ठोंदय प्रधान, जलाश्रयी, चतुष्पदी प्रधान और दक्षिण दिशा की स्वामिनी मानी जाने वाली यह राशि दशम भाव में बली या प्रखर होती है।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार वृष का अर्थ होता है बैल जो कि स्वभाव से ही अधिक पारिश्रमी, शक्तिशाली और बहुत अधिक वीर्यवान होता है और प्राय वह शांत रहता है किन्तु क्रोध आने पर वह उग्र रूप धारण कर लेता है।
✍चारित्रिक विशेषताएं ✍
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार वृष राशि के पुरुष हठी, जिद्दी, भावुक महत्वाकांक्षी,एवं परिश्रमी होते हैं। इनका उद्देश्य सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य के साधन जुटाने का होता है। ये व्यवहार कुशल, सहनशील एवं दृढ़ता से कर्मरत रहकर अन्त में लक्ष्य को प्राप्त कर लेते हैं। प्रेम के क्षेत्र में पूर्ण व्यवहारिक होते हैं। ये अनुभवी एवं सफल गृहस्थी होतें है।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार वृष राशि की स्त्री कुशल गृहणी, व्यवहार कुशल, सहनशील, हठी, मितव्ययी और जिद्दी होती है। ये अपनी प्रशंसा सुनना सुनने की इच्छुक होती है। ये जिस पर भी विश्वास करती है तो उस पर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने को तत्पर रहती है। ये निष्कपट और सहज रूप से प्रेम करती है। ये अपने एकत्रित धन को अचानक प्रकट कर सबको आश्चर्य चकित कर देती है।
🌷स्वभाव🌷
आप संयमी व धैर्यवान व्यक्ति हैं इसलिए धैर्य आपका विशिष्ट गुण होता है। आपको लोगों पर अधिकार जमाना बखूबी आता है। शुक्र का प्रभाव होने के कारण दिल से सौम्य, विद्वान व गुरुओं का आदर करने में सिद्धहस्त होते हैं।मित्रता और शत्रुता दोनों को निभाना इनको बखूभी आता है।आप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह बहुत अच्छी तरह से करते हैं। घर के सभी कर्तव्यों का पालन करना अपना धर्म समझते हैं और परिवार की सुख समृद्धि के लिए जितना आपके वश में होता है उससे बढ़कर करते हैं। आप एक मजबूत विचारधारा रखते हैं और खासियत यह भी है कि आप जो काम आरंभ करते हैं उसे तब तक करते रहते हैं जब तक कि आप किसी परिणाम पर नहीं पहुंच जाते हैं।आप अपनी विचारधारा के लोगों के साथ ही तालमेल बिठा पाते हैं और अन्य व्यक्तियों से आपको तालमेल जमाने में दिक्कत होती है। इसलिए अपने समान बुद्धि के लोगों से मिलना आपको ज्यादा आरामदायक लगता है। ऐसे तो आप निर्णय लेने में समय लेते हैं परन्तु कई बार क्रोध में निर्णय लेने में जल्दबाजी कर देते हैं और यह क्रोध हल्का फुल्का नहीं होता है, भले आप लोगों की नजर में शांत हो जाएँ पर जब तक बदला नहीं ले लेते क्रोध शांत नहीं होता है।
🏵कमियाँ🏵
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप जिद्दी स्वभाव के व्यक्ति होंते है और आपको स्थिर रहना पसंद होता है। आप आसानी से अपनी जगह से हिलना पसंद नहीं करते हैं।यदि आपको अचानक से और अनायास कोई फैसला या किसी बदलाव के लिए कहा जाए तब आपका मूड खराब हो जाता है क्योंकि बिना विचार, मनन किए शीघ्रता से आप कोई काम करना पसंद नहीं करते हैं।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आलस्य आपकी आकांक्षाओं की पूर्ति में बाधक होता है इसलिए आप चिड़चिड़े भी हो जाते है। आपका क्रोध भंयकर होता है।
🎭जीवन विश्लेषण🎭
वृष राशि के जातक का पिता से अक्सर मतभेद रहता है।जीवन में पिता-पुत्र का कलह रहता है।जातक का मन सरकारी कार्यों की ओर रहता है। सरकारी ठेकेदारी का कार्य करवाने की योग्यता रहती है।पिता के पास जमीनी काम या जमीन के द्वारा जीविकोपार्जन का साधन होता है। जातक अधिकतर तामसी भोजन में अपनी रुचि दिखाता है। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार गुरु का प्रभाव जातक में ज्ञान के प्रति अहम भाव को पैदा करने वाला होता है, वह जब भी कोई बात करता है तो स्वाभिमान की बात करता है सरकारी क्षेत्रों की शिक्षा और उनके काम जातक को अपनी ओर आकर्षित करते हैं किसी प्रकार से केतु का बल मिल जाता है तो जातक सरकार का मुख्य सचेतक बनने की योग्यता रखता है। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मंगल के प्रभाव से जातक के अंदर मानसिक गर्मी प्रदान करता है।कल-कारखानों, स्वास्थ्य कार्यों और जनता के झगड़े सुलझाने का कार्य जातक कर सकता है, जातक की माता के जीवन में परेशानी ज्यादा होती है।ये अधिक सौन्दर्य प्रेमी और कला प्रिय होते हैं। जातक कला के क्षेत्र में नाम करता है।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार माता और पति का साथ या माता और पत्नी का साथ घरेलू वातावरण मे सामंजस्यता लाता है, जातक अपने जीवन साथी के अधीन रहना पसंद करता है। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार चन्द्र-बुध जातक को कन्या संतान अधिक देता है और माता के साथ वैचारिक मतभेद का वातावरण बनाता है आपके जीवन में व्यापारिक यात्राएं काफी होती हैं, अपने ही बनाए हुए उसूलों पर जीवन चलाता है।अपने मन का राजा होता है।
🎭कैरियर🎭
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार वृष राशि का स्वामी ग्रह शुक्र होता है और शुक्र ग्रह की गिनती सौम्य ग्रहों में होती है।शुक्र ग्रह के प्रभाव से कला पक्ष प्रभावी रहता है। गीत, संगीत, फिल्म, टी.वी. इत्यादि से जुड़े हुए कार्य।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार शुक्र भोग का कारक है इसलिए सभी भोगवादी वस्तुएं इस ग्रह के अन्तर्गत आती हैं, इसलिए आप उच्च स्तर की भोग की वस्तुओं से जुड़ा व्यवसाय कर सकते हैं। वाहन, पर्यटन संबंधी,फैशन, डिजायनर कपड, ग्राफिक्स व वेब डिजायनिंग, होटल, फोटोग्राफी, कवि या न्यूज़ एंकर भी हो सकते हैं।
📖विवेचना 📖
राशि स्वरूप- बैल
राशि स्वामी- शुक्र
स्वभाव - सौम्य
दिशा - दक्षिण
वर्ण - वैश्य
लिंग - स्त्री
गुण - रजो
तत्त्व - भूमि
योनि- पशु
प्रभुत्व - मुख
रंग- श्वेत
रत्न - हीरा
शुभ अंक - 6
उपरत्न- ओपल
Pandit Anjani kumar Dadhich
Nakastra jyotish Hub
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