पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार नवग्रहों में गुरू को देवताओं का गुरु माना जाता है। गुरु को बृहस्पति के नाम से भी जाना जाता है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में गुरु का बड़ा महत्व होता है। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार जन्मकुंडली में गुरु (बृहस्पति) यदि बलवान है तो व्यक्ति ज्ञान, सत्कर्म, ईमानदारी, विद्या, बुद्धि, प्रसिद्धि और संपदा के मामले में श्रेष्ठ होता है, लेकिन यदि गुरु कमजोर हो तो व्यक्ति का जीवन संकटपूर्ण रहता है। वैवाहिक सुख के लिए भी गुरु का मजबूत होना आवश्यक है।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार अगर जन्म कुंडली के 2, 5, 9, 12वें भाव में बृहस्पति के ऊपर शत्रु ग्रह की दृष्टि हो या शत्रु ग्रह उसके साथ हो तो बृहस्पति खराब फल देने लगता है।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आपकी जन्मकुंडली में गुरु अशुभ अथवा खराब है तो आप में निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं जिनसे आपको पता चलता है कि आपका गुरू अशुभ फल दे रहा है - यदि आपके शरीर के भीतर गुरुत्व बल कमजोर होने लगा है तो सिर पर चोटी के स्थान से बाल उड़ने लगेंगे। गले में व्यक्ति माला पहनने की आदत डाल लेता है। ऐसे व्यक्ति के संबंध में व्यर्थ की अफवाहें उड़ाई जाती हैं। ऐसे व्यक्ति के अनावश्यक दुश्मन पैदा हो जाते हैं। उसके साथ कभी भी धोखा हो सकता है। गुरु के खराब होने पर सोना खो जाता या चोरी हो जाता है। बिना कारण शिक्षा रुक जाती है। आंखों में तकलीफ होना, मकान और मशीनों की खराबी भी गुरु के खराब होने की निशानी है। सांस या फेफड़े की बीमारी, गले में दर्द आदि।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार अशुभ अथवा खराब गुरू के उपाय निम्नलिखित हैं जिनका उपयोग कर आप गुरू को मजबूत बना सकते हैं।
🙏गुरु के उपाय🙏
❃पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार गुरुवार के दिन भगवान नारायण या भगवान बृहस्पति की मूर्ति या तस्वीर को पीलें रंग के कपड़े पर विराजित करें और विधि-विधान से पूजा करें। पूजा में केसरिया चंदन, पीले फूल और प्रसाद में गुड और चनें की दाल चढ़ाएं या इस रंग का कोई पकवान चढ़ाएं। पीले वस्त्र धारण करें तथा अपने साथ हमेशा पीला रंग का रूमाल रखना चाहिए। भोजन भी चने की दाल का होना चाहिए। पूजन के बाद कथा पढ़नी या सुननी चाहिए। यदि व्रत रखते हैं तो और भी प्रभावकारी रहेगा। व्रत मे केले के पेड़ का पूजन करें। दिन में एक समय ही भोजन करें। नमक न खाएं। ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और परिवार में धन धान्य, विद्या, स्वास्थ्य, वैभव किसी चीज की कमी नहीं रहती।
❃ पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार यदि आपका गुरु अशुभ या कमजोर है तो आप नित्य पीपल में जल चढ़ाएं, सदा सत्य बोलें और अपने आचरण को शुद्ध रखें तो गुरु शुभ फल देने लगेगा।
❃पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार गुरु को शुभ करने के लिए सदा पिता,दादा तथा गुरु का आदर करे उनके पैर छुकर सेवा करें साथ ही साथ अंधे और निशक्त लोगों की सेवा करें। अपना गुरु अवश्य बनाएं।
❃ पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार गुरुवार के दिन पीली वस्तु का सेवन करें और पीली वस्तुओं का दान करना चाहिए जैसे कि चने की दाल, सोना, हल्दी, आम आदि।गाय को गुड़ और चना दान खिलाएं और
प्रत्येक गुरूवार को घर में प्रात: धूप-दीप करे और रात्रि को कर्पूर जलाएं।
❃पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार तिजोरी या ईशान कोण में हल्दी की गांठ को किसी सफेद कपड़े में हल्का से बांधकर रखें।
❃पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार गुरुवार के दिन नहाते वक्त अपने नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करे इसके बाद "ओम् नमो भगवते वासुदेवाय" का जप करते हुए केसर का तिलक लगाए और केले के वृक्ष में जल अर्पित हुए उसकी धूप- दीप से पूजा करें।
❃पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार गुरुवार को सूर्योदय से पहले उठें। स्नान के बाद भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं। इसके बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ भी करें।
❃पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार अगर आपकी कुंडली में गुरु का दोष हो तो हर गुरुवार को शिवजी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। इससे आपको काफी फायदा मिलेगा।
❃पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार गुरुवार के दिन लेन देन थोड़ा संभलकर करें और अगर कोई इस दिन धन मांगने आता है तो धन देने से परहेज करें। इससे आपका गुरु कमजोर हो जाता है जिससे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
❃पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार बृहस्पतिवार के दिन को लेकर माना जाता है कि इस दिन शरीर पर साबुन लगाना, बाल धोना और कटवाना तीनों ही शुभ नहीं होता। इसलिए इससे परहेज करें।
❃पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार गुरूवार के दिन आप निम्नलिखित में से किसी एक मंत्र का जाप कर सकते हैं "ओम् बृं बृहस्पतये नमः।" या
"ओम् गुं गुरवे नम:।"
❃ पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार लगातार आठ दिनों तक किसी मंदिर में हल्दी का दान करें।
❃ पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आपको गुरुवार के दिन गन्ने का रस अवश्य पीना चाहिए। ❃ पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आपको स्वर्ण धातु से बनी अंगुली में पीला पुखराज धारण करें।
❃ पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार जमीन के अंदर उगने वाले फल और सब्जियों का दान करें।
Pandit Anjani kumar dadhich
Nakastra jyotish Hub
No comments:
Post a Comment