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Monday, 24 August 2020

मूलांक 9 के बारे में

🌻मूलांक नौ के बारे में🌻
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार यदि आपका जन्म किसी भी महीने के दिनांक 9,18,और 27 को हुआ है तो आपका मूलांक 9 होगा। मूलांक नौ का स्वामी ग्रह मंगल हैं इसलिए मूलांक 9 के व्यक्तियों पर मंगल ग्रह की विशेषताओं का विशेष प्रभाव होता है।मूलांक 9 वाले व्यक्ति बहुत ही परिश्रमी, और क्रोधित होते है।
⚓स्वाभाविक विशेषताएँ⚓
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 9 वाले व्यक्ति हरफनमौला स्वभाव के होते है। मंगल ग्रह उत्साह और ऊर्जा का कारक ग्रह है अत: मूलांक 9 वाले जातक उत्साही,उर्जावान एवं चुलबुल स्वभाव के होते हैं।आप शरीर से बलिष्ठ होते है।आपको हंसी-मजाक पसंद है।आप अपने मित्रो में काफी लोकप्रिय होते हैं।आप अपनी समस्याओं का समाधान खुद ही ढूंढने की हरसंभव  कोशिश करते हैं।आप किसी भी परिस्थिति से निबटने का हिम्मत रखते हैं।आप सैद्धान्तिक तथा अनुशासन प्रिय हैं। आपका प्रारम्भिक काल संघर्षपूर्ण व्यतीत हो सकता है परन्तु संघर्ष ही जीवन है जैसे मूलमंत्र को अपनाकर आप अजेय बन जाते है।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 9 वाले जातक विरोध का सहन नहीं कर पाते है। आपके के स्वभाव में  मंगल ग्रह का प्रभाव होता है। आप जैसे लोग खेल कूद,सेना, पुलिस सेवा प्रशासनिक सेवा से संबंधी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। आप साहसिक और दृढ इच्छा शक्ति के बल पर अनेक उपलब्धियाँ हासिल करते हैं।
आप हमेशा मान सम्मान की चाहत रखते है और अगर मान सम्मान न मिले तो आप बौखला जाते है।आप चैलेंज को हमेशा स्वीकार करते है भागते नहीं है।आपके जीवन में दुर्घटना भी बहुत आती है। आप किसी के अधीन काम करना पसंद नही करते।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 9 का स्वामी मंगल है।मूलांक नौ के लोग मान सम्मान और मर्यादा को ध्यान रखने वाले होते हैं।इनमें नेतृत्व का गुण होता है और भले ही ये उच्च स्थान पर हों या न हों,ऐसा ये हमशा महसूस करते हैं।जिस भी स्थान पर हों,ये हर चीज़ का ख़याल रखने वाले होते हैं।मूलांक ९ के जातक मानवता में यकीन रखते हैं।ये किसी को मुसीबत में देखकर उसकी भरसक मदद करने में तत्पर रहते हैं।दूसरों के लिए अपनी ऊर्जा,समय और धन लगाने से ये कभी नहीं कतराते।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 9 के जातक अपने माता पिता का पूरा ख्याल रखते हैं।अपने भूतकाल से कभी भी ये विलग नहीं होते। आप किसी भी चीज़ का अंत नहीं करना चाहते।और अगर आप अंत भी करते हैं तो अपने शर्तों पर।आपको अपनी मान मर्यादा का पूरा ख्याल रहता हैं और आप चाहते हैं की लोग आप का पूरा सम्मान करें।आप चाहे जिस भी ओहदे पर हों,इस बात का आपको हमेशा ख्याल रहता है।आप जैसे झुकना जानते ही नहीं।दूसरे ही आप का सम्मान करें।
👪पारिवारिक तथा दाम्पत्य जीवन 👪
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 9 वाले जातक का प्रारम्भिक जीवन कष्टमय होता है।आपको गिरने से चोट अवश्य ही लगता है। आप अपने सगे संबंधियों को खूब लाभ पहुंचाते हैं।भाई-बहनों के साथ वैचारिक  भिन्नता तथा उसके कारण मनमुटाव होने की भी स्थितियां बनती रहती है।आप विपरीत लिंग(स्त्री या पुरुष)के प्रति शीघ्र ही आकर्षित हो जाते है।आपके प्रेम सम्बन्ध स्थाई नहीं होते।अहंकार के कारण संबंधों में दरार होते हुए देखा गया है।आप  सुन्दर नारी के तलाश में रहते है यदि सुन्दर स्त्री न मिले तो विवाहेतर सम्बन्ध से नकारा नहीं जा सकता। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार  आप ऐसा जीवन साथी चाहते है जो हमेशा आपके अनुसार चले। आप भोग विलास में ज्यादा विश्वास रखते है इस कारण दाम्पत्य जीवन में परेशानियां आती हैं। संतान सुख का भी अभाव देखा गया है। गृहस्थ जीवन में अपने जीवनसाथी के साथ प्रेमपूर्ण सम्बन्ध रहता है।
💰आर्थिक स्थिति💰
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 9 वाले आर्थिक दृष्टि से मजबूत होते है। इनके पास जमीन जायदाद खूब होती है।  आपको विरासत में जो जमीन मिलती है प्रायः आप उसमे वृद्धि ही करते है। स्थिति की बात की जाय तो इनकी आर्थिक स्थिति परिवर्तनशील रहती है।आपको ससुराल पक्ष से भी धन मिलते हुए देखा गया है। आपको लड़ाई झगड़े वाले जमीन से भी धन मिल सकता है। आप खर्च करने में भी नही चूकते कभी कभी तो दिखाने के लिए अपने हैसियत से ज्यादा भी खर्च कर देते है।
🌼स्वास्थ्य🌼
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार स्वास्थ्य की दृष्टि से मूलांक 9 वाले जातक मुख्यतःसिर दर्द, चोट, रक्तविकार, बुखार, पेट का रोग आदि से परेशान होते हैं। मंगल अग्नि का कारक है अतः आपको जलने का खतरा बना रहता है और इस कारण आपको त्वचा सम्बंधी समस्या आ सकती है।आप में रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी होती है। इस कारण जब जब मौसम में परिवर्तन होता है आपको स्वास्थ्य से सम्बंधित कोई न समस्या आ ही जाती है। आपको किसी न किसी वजह से चोट अवश्य ही लगते रहता है। दुर्घटना के भी शिकार हो सकते है।
🎓शिक्षा🎓
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 9 वाले जातक तीक्ष्ण बुद्धि के होते है।आपकी तार्किक शक्ति बहुत ही प्रबल होती है।इस कारण आप अध्ययन में हमेशा अव्वल होते हैं।आप अपनी बौद्धिकता के बल पर जीवन में बहुत तरक्की करते हैं। मूलांक 9 जातक वर्तमान समय में कम्प्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल से संबंधित शिक्षा प्राप्त करते हुए देखा गया है।आप टेक्निकल डिग्री जैसे इंजीनियरिंग इत्यादि की पढाई में ज्यादा सफल होते है।आप उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करने में सफल रहते हैं। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा में थोड़़े व्यवधान के साथ ही पूर्ण होती है।कई बार तो आपको शिक्षा बीच में ही छोड़नी पड जाती है। विज्ञान में आपकी रुचि ज्यादा होती है। कला के क्षेत्र में भी आप अपना अध्ययन पूरा कर लेते है।
🔥कार्यक्षेत्र🔥
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक 9 वाले जातक टेक्निकल क्षेत्र में बहुत अच्छा करते है।ऐसे जातक प्राय  इंजिनियर अथवा डाक्टर के क्षेत्र में अच्छा नाम कमाते हैं। आप अग्नि या बिजली से सम्बंधित कामों से जुड़ कर अच्छा लाभ कमा सकते है।आप साहस अथवा जोखिम भरा कामो में सफलता प्राप्त कर सकते है। राजनीति, टूरिज्म, घुड़सवारी से जुडे काम भी कर सकते हैं।अध्यापन के क्षेत्र  में ट्रेनिंग देने वाले कार्य में आप अच्छा नाम कमा सकते है।आप पुलिस तथा डिफेन्स में नौकरी करते हुए देखे गए है।आप व्यापार के क्षेत्र में अपना भाग्य अजमा सकते है निश्चित ही आपको सफलता मिलेगी।
❌कमियाँ❌
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार मूलांक नौ के लोग हर चीज़ का ख़याल तो रखते हैं परन्तु इनके लोगों से बोलने और दूसरों को सम्मान देना सीखना चाहिए।दूसरों की मदद करने के चक्कर में कभी कभी आप लोग अपनी धन दौलत बर्बाद करके आर्थिक रूप से विपन्न हो जाते हैं।दूसरों की मदद ज़रूर करें,पर अपनी आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखके।आप में गुण तो बहुत हैं परन्तु आप किसी एक पर कभी ध्यान नहीं दे पाते।इसके वजह से आप किसी ख़ास क्षेत्र में एक्सपर्ट नहीं बन पाते।आपको अपने सम्मान, मान मर्यादा का पूरा ख्याल हैं, पर आप दूसरों के साथ वही व्यवहार नहीं करते।आप चाहते हैं कि दूसरे आपके आगे झुकें पर आप नहीं झुकना चाहते।याद रखें,सम्मान पाने के लिए सम्मान देना भी ज़रूरी होता है।क्रोध पर नियंत्रण नही कर पाना आपकी सबसे बड़ी कमजोरी है। स्वभाव अहंकारी होने के कारण कभी कभी मित्र भी आपके शत्रु बन जाते है।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार आप साहसिक और जोखिम भरा काम करने में विशवास रखते है यह अच्छी बात है परन्तु कभी कभी परेशानी का कारण भी बन जाता है।आप गाड़ी तेज रफ़्तार से चलाते है जिसके कारण हमेशा दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती है। दुश्मन या शत्रु को कमजोर न समझे।
🌹सलाह🌹
आपको मंगल की उपासना करनी चाहिए।
हनुमान जी की उपासना करने से सभी समस्या शीघ्र ही समाप्त हो जायेगी।प्रतिदिन नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करने से आर्थिक समृद्धि,मान सम्मान तथा यश की प्राप्ति होगी।
यदि स्वास्थ्य से परेशान है तो हनुमान अष्टक का पाठ करे।घर में यदि क्लेश है तो मंगलवार और शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करे सब ठीक हो जाएगा।
धूम्रपान एवं शराब का बिलकुल भी सेवन नहीं करे तो अच्छा रहेगा यदि इसका सेवन करते है तो अचानक कोई न कोई दुर्घटना घट सकती है।
मूलांक 9 का मूलांक 6 वाले व्यक्ति के साथ मित्रता रहती है। मूलांक 4 वाले व्यक्ति से आपको सचेत रहना चाहिए। इस अंक वाले व्यक्ति से आपकी मित्रता शत्रुता में भी बदल सकती है।
इनके लिए 9, 18 व 27 तारीखे और रविवार, मंगलवार, सोमवार और गुरुवार के दिन शुभ रहते हैं।
आपके लिए शुभ रंग लाल, नारंगी व गुलाबी हैं। यदि आप अपने ऑफिस तथा शयनकक्ष के पर्दे, बेडशीट एवं दीवारों के रंग का प्रयोग निर्दिष्ट शुभ रंग में करे तो भाग्य आपका साथ देगा।
आपके लिए शुभ दिशा है दक्षिण।
आपके लिए शुभ धातु है सोना।
👓विवेचना👓
ग्रह स्वामी- मंगल
श्रेष्ठ समय- 21 मार्च से 27 अप्रैल, 21 अक्टूबर से 27 नवम्बर
श्रेष्ठ तिथियां- 9, 18, 27
श्रेष्ठ वर्ष-9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72
अनुकूल तिथियां- 3, 12, 21, 30 एवं 6, 15, 24
अनुकूल वर्ष- 3, 12, 21, 30, 39, 48, 57, 66, 75 एवं 6, 15, 24, 33, 42, 51, 60, 69
निर्बल समय- मार्च, मई, जून तथा 18 नवम्बर से 31 दिसम्बर
विपरीत तिथियां- 1, 10, 19, 28
शुभ दिन- मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार
शुभ रंग- लाल, गुलाबी
शुभ रत्न- मूंगा
धातु- सुवर्ण
रोग- रक्तचाप, दुर्घटना, चोट, शरीरिक शिथिलता, हृदय रोग
देव- हनुमान जी
व्रत- मंगलवार
दान पदार्थ- मूंगा, स्वर्ण, गेहूं, रक्त चंदन, लाल वस्त्र, गुड़, घी, कनेर पुष्प, केशर
विवाह संबंध- 15 अक्टूबर से 14 दिसम्बर तथा 15 मई से 14 जून के मध्य जन्मे जातकों से
अनुकूल अंक- 1, 2, 3, 4, 6, 7
प्रतिकूल अंक- 5, 8
व्यवसाय- संगठन, संघ संचालन, नियंत्रण, चिकित्सा, ज्योतिष, धर्मोपदेश, सैन्य विभाग, गोला-बारूद, वकालत, औषधि कार्य, धातु कार्य आदि
अनुकूल दिशा- पूर्व, उत्तर-पूर्व
प्रतिकूल दिशा- दक्षिण, दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम।
Pandit Anjani Kumar Dadhich
Nakastra Jyotish Hub

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