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Wednesday, 16 December 2020

खरमास और सुख समृद्धि कारक उपाय

खरमास और सुख समृद्धि कारक उपाय
प्रिय पाठकों, 
16दिसंम्बर 2020,बुधवार
मैं पंडित अंजनी कुमार दाधीच आज खरमास और इस  मास में किए जाने वाले सुख समृद्धि कारक उपायों के बारे में यहाँ कुछ जानकारी दे रहा हूँ।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार हिंदू धर्म में जिस तरह श्राद्ध और चातुर्मास के दौरान कोई भी मांगलिक कार्यक्रम नहीं किए जाते है। उसी तरह खरमास में भी कोई भी शुभ एवं मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। सूर्य राशि परिवर्तन करते हुए जब वह धनु में आते हैं तब खरमास लगता है। जब सूर्य धनु से निकलकर मकर में जाते हैं तब खरमास का अंत होता है। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार यह मास आध्यात्मिक रूप से विशेष महत्व रखता है। इस मास में जप-तप व दान करने का फल जन्मों जन्मों तक मिलता है। शास्त्रों में खरमास में किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में भी बताया गया है। इन उपायों के करने से ऐशवर्य की प्राप्ति होती है और धन संबंधित समस्या का अंत होता है। 
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार खरमास में निम्नलिखित महत्वपूर्ण उपाय करने चाहिए जो सुख समृद्धि लाए -
✾खरमास में हर रोज तुलसी पूजन करना चाहिए और घी का दीपक जलाना चाहिए। साथ ही 11 परिक्रमा करें और ओम नम: भगवते वासुदेवाय नम: का जप करें। ऐसा करने से तुलसी माता प्रसन्न होती है और यश व ऐशवर्य की प्राप्ति होती है।
✾ खरमास में लक्ष्मी स्त्रोत या कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इस स्त्रोत्र का पाठ बहुत उत्तम माना गया है। इस स्तोत्र के मात्र पढ़ने-सुनने से धन-धान्य की कमी नहीं होती और लक्ष्मी माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। नियमित रूप से इसका पाठ करने से वैभव और सुख की प्राप्ति होती है। साथ ही परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम भाव बना रहता है। इसके पाठ से शत्रुओं का भी विनाश होता है और हर क्षेत्र में कामयाबी मिलती है।
✾खरमास में केवल माता लक्ष्मी की पूजा न करें बल्कि उनके साथ भगवान विष्णु की पूजा भी करें। विष्णु भगवान को तुलसी दल अर्पित कर विष्णु सहस्त्रनाम या पुरुष सुक्त का पाठ करना चाहिए। खरमास में केवल भगवान विष्णु या केवल लक्ष्मीजी की पूजा लाभकारी नहीं मानी जाती। जितना दोनों की साथ में पूजा करना शुभ फलदायी होती है। क्योंकि इनकी युगल छवि को लक्ष्मी नारायण कहा जाता है। इन दोनों की संयुक्त रूप मे नियमित इनकी पूजा करने से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है और धन संबंधित समस्याओं का अंत होता है।
✾खरमास के महीने में पड़ने वाली एकादशी को व्रत करना चाहिए और भगवान विष्णु का तुलसी दल डालकर भोग लगाना चाहिए। खरमास की एकादशी को व्रतराज की उपाधि प्राप्त है। इस मास में पड़ने वाली एकादशी से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है। इसलिए शास्त्रों में खरमास में पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व बताया है। इस व्रत के करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
✾जो लोग कर्ज की समस्या से परेशान हैं या फिर धन नहीं टिकता तो वह खरमास के दौरान हर रोज सुबह पीपल के वृक्ष को जल दें और पूजा पाठ करें। वहीं सायंकाल के समय दीपक जलाकर अपनी समस्या से अवगत कराएं। ऐसा करने से न सिर्फ कर्ज और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति मिलेगी बल्कि जीवन की सभी समस्याएं भी धीरे-धीरे खत्म होने लगेंगी।
इसके साथ ही दान-पुण्य करने से सभी कष्ट दूर होते हैं। खरमास में दान व हवन करना अधिक पुण्यदायी माना गया है।
Pandit Anjani Kumar Dadhich 
Nakashtra Jyotish Hub
📧panditanjanikumardadhich@gmail.com

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