कुंडली में पागल होने के कारण
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पागल होने के योग बन रहे हैं तो ऐसे लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता होती है। ऐसे योग के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार बताए गए उपाय अपनाने चाहिए।पागलपन की बीमारी किसी को बचपन से ही रहती है तो किसी को बड़ी उम्र में इस परेशानी का सामना करना पड़ता है।पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार जन्मकुंडली में कुछ विशेष योग होते हैं जो पागलपन की संभावना बताते हैं।
❃यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा,बुध की युति केंद्र स्थान में हो अथवा यह दोनों ग्रह लग्र भाव में स्थित हो तो व्यक्ति उन्मादी या अल्पबुद्धि वाला हो सकता है।
❃जब व्यक्ति की कुंडली के भाग्य एवं संतान भाव में सूर्य, चंद्रमा हो तो व्यक्ति का मानसिक विकास ठीक से तरिके से नहीं हो पाता और वह मानसिक रुप से कमजोर रह जाता है।
❃गुरु और शनि केंद्र में स्थित हो और शनिवार या मंगलवार का जन्म हो तो व्यक्ति पागल हो सकता है।
यदि कुंडली में मंगल सप्तम स्थान में हो तथा लग्न में गुरु हो तो व्यक्ति के किसी सदमे के कारण पागल होने की आशंका होती है।
❃यदि कमजोर चंद्रमा, शनि के साथ द्वादश भाव में युति करता है तो जातक पागल हो जाता है।
❃मंगल, पंचम, सप्तम, नवम भाव में हो तो भी जातक पागल हो सकता है।
❃कमजोर बुध केंद्र में या लग्र में बैठा हो तो वह व्यक्ति मंदबुद्धि होता है।
❃जब किसी व्यक्ति की कुंडली में यदि बुध-मंगल एक साथ हों तो ऐसे व्यक्ति को खून से जुड़ा रोग होता है। साथ ही जब मंगल के कारण बुध ज्यादा खराब हो तो यह ब्लड प्रेशर की परेशानी देता है। मंगल-बुध दोनों के बहुत अधिक खराब होने की स्थिति में व्यक्ति को पागलपन की बीमारी हो जाती है।
❃यदि कुंडली में गुरु और शनि केंद्र में स्थित हो और शनिवार या मंगलवार का जन्म हो तो व्यक्ति पागल हो सकता है।
❃यदि कुंडली में सूर्य-मंगल एक साथ हों अथवा सूर्य-शनि एक साथ हो या फिर सूर्य-शनि और मंगल एक साथ हों तो ऐसे व्यक्ति को क्रोध बहुत अधिक आता है। और इस स्थिती में वह व्यक्ति अपने गुस्से को कंट्रोल नहीं कर पाते। जन्मकुंडली के इन योगों के साथ कुछ परिस्थितियों में दूसरे ग्रहों के प्रभाव ये अशुभ फल अपने आप ही नष्ट हो जाते हैं। पूरी कुंडली व ग्रहों का अध्ययन किए बिना कीसी भी कुंडली के व्यक्ति की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती।
इन सभी योगों के साथ ही कुंडली के अन्य योगों और ग्रहों की स्थिति का भी अध्ययन किया जाना चाहिए।
इन पागल बनाने वाले योगो से बचने के कुछ उपाय निम्नलिखित है-
❁गौमूत्र का सेवन करें।
❁बुध के मंत्रों का जाप करें।
❁प्रतिदिन शिवजी की विधि-विधान से पूजा करें।
❁बुधवार के दिन गाय को चारा खिलाएं।
❁प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
❁बुधवार को गणेशजी को दूर्वा और लाल फूल अर्पित करें।
❁किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से परामर्श लेकर अशुभ योगों का ज्योतिषीय उपचार करवाना चाहिए।
Pandit Anjani Kumar Dadhich
Nakastra jyotish Hub
No comments:
Post a Comment