सूर्य ग्रहण
प्रिय पाठकों,
मैं पंडित अंजनी कुमार दाधीच आज इस लेख में 8 अप्रैल 2024 के सूर्य ग्रहण के बारे में जानकारी दे रहा हूं।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024 सोमवार को होगा। यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण है जिसकी अवधि अब तक के 50 सालों में सबसे लम्बी होगी। यह सूर्य ग्रहण कुल 4 घंटे 25 मिनट का होगा। इस सूर्य ग्रहण के मध्य काल के साढ़े सात मिनट के दौरान पृथ्वी पर पूर्णतया अंधेरा छा जाएगा।
वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है लेकिन वैदिक ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व माना जाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य को ग्रहों का राजा और आत्मा का कारक माना जाता है। ऐसे में सूर्य संबंधित कोई भी घटना होती है तो उसका प्रभाव ब्रह्माण्ड और हर राशि के जातकों के जीवन पर अवश्य पड़ता है।
सूर्य ग्रहण कब - भारतीय समयानुसार यह सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल की रात 9:12 मिनट से ग्रहण शुरू होगा और 9 अप्रैल को मध्य रात्रि में 2:22 मिनट पर यह ग्रहण पूर्णतया समाप्त हो जाएगा।
सूर्य ग्रहण कहां कहां दृश्यमान - यह सूर्य ग्रहण कनाडा, मेक्सिको, यूनाइटेड स्टेट्स, अरूबा, बर्मुडा, करेबियन नीदरलैंड, कोलंबिया, कोस्टा रिका, क्यूबा, डोमिनिका, ग्रीनलैंड, आयरलैंड, आइसलैंड, जमाइका, नॉर्वे, पनामा, निकारगुआ, रूस, पोर्तो रिको, सैंट मार्टिन, स्पेन, द बहामास, यूनाइटेड किंग्डम और वेनेजुएला समेत दुनिया के कुछ हिस्सों से दिखाई देगा।
सूतक काल निर्धारण - सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले इसका सूतक काल शुरू हो जाता है और ग्रहण लगने के बाद तक रहता है। पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार 25 मार्च 2024 के चंद्र ग्रहण की तरह ही साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए भारत मे इस सूर्यग्रहण का सूतक भी मान्य नहीं होगा।
राशियों पर प्रभाव - पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार चैत्र नवरात्रि के पहले पड़ने वाले इस सूर्य ग्रहण का असर कुछ राशि के जातकों के लिए सकारात्मक तो कुछ के लिए नकारात्मक है। इस सूर्य ग्रहण के समय में सूर्य रेवती नक्षत्र और मीन राशि में होंगे। मीन गुरु की राशि है। ऐसे में सूर्य के साथ गुरु का मित्रता का भाव है। इसके साथ ही सूर्य के साथ चंद्रमा, शुक्र और राहु भी मौजूद होंगे। चंद्रमा से द्वादश भाव में शनि और मंगल स्थित होंगे। ऐसे में यह सूर्य ग्रहण वृषभ राशि, मिथुन राशि और कर्क राशि के जातकों को विशेष लाभदायक साबित हो सकता है।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार इस सूर्य ग्रहण का भारत पर सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। भारत की आर्थिक उन्नति होगी और लोगों के बीच धर्म-कर्म की तरफ रुझान बढ़ेगा। इसके साथ ही भारत में 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि का आरम्भ होने जा रहा है। हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत महत्व है। 9 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में माता दुर्गा की आराधना की जाती है जो ग्रहण को प्रतिकूल प्रभाव से रक्षा करेंगी।
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ध्यान रखने योग्य बात - पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार हिन्दू धर्म में ग्रहण काल में पूजा-यज्ञ, हवन, खाना-पीना, शुभ कार्य वर्जित होते हैं और साथ ही गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण देखने की मनाही है।
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