नवरात्रि पर्व
मैं पंडित अंजनी कुमार दाधीच आज इस लेख में "नवरात्रि पर्व" के बारे में जानकारी दे रहा हूं।
पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार शारदीय नवरात्र आदि शक्ति मां दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित है। इस नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। श्राद्ध के आखिरी दिन शाम से नवरात्र की तैयारियां शुरू होने लगती हैं। इस बार अंतिम श्राद्ध या सर्वपितृ अमावस्या 2 अक्टूबर 2024 को है। इसके बाद प्रतिपदा 3 अक्टूबर 2024 से नवरात्रि का पर्व शुरू हो जाएगा। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है। इसके बाद अष्टमी और नवमी को कन्या पूजन कर अगले दिन दशहरा पर्व मनाया जाएगा। नवरात्र में मां के आगमन पर और प्रस्थान पर विचार किया जाता है। मां का आगमन और प्रस्थान उनके आने के दिन पर निर्भर करता है। इस बार नवरात्रि का पर्व 3 अक्टूबर को शुरू हो रहा है। 3 अक्टूबर 2024 को गुरुवार है और माता का आगमन पालकी में हो रहा है। देवी पुराण के अनुसार पालकी की सवारी को शुभ माना गया गया है। हालांकि पालकी की सवारी को आंशिक महामारी का कारण भी माना गया है। इस वर्ष मां भगवती चरणायुध यानी बड़े पंजे वाले मुर्गे पर सवार होकर जा रही हैं जिसका राष्ट्र पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। Pandit Anjani Kumar Dadhich
पंडित अंजनी कुमार दाधीच [पुरोहित कर्म (यज्ञ-हवन - पुजा-अनुष्ठान) विशेषज्ञ, वैदिक ज्योतिषी, अंक ज्योतिषी एवं वास्तुविद ]
Nakshatra Jyotish Sansthaan
नक्षत्र ज्योतिष संस्थान
panditanjanikumardadhich@gmail.com
सम्पर्क सूत्र - 06377054504
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