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Wednesday, 3 March 2021

पति-पत्नी के बीच मतभेद और बेडरूम वास्तु

पति-पत्नी के बीच मतभेद और बेडरूम वास्तु
प्रिय पाठकों, 
16 फरवरी 2023, गुरुवार 
मैं पंडित अंजनी कुमार दाधीच आज पति-पत्नी के बीच मतभेद और बेडरूम वास्तु के बारे में यहाँ जानकारी दे रहा हूँ।

पंडित अंजनी कुमार दाधीच के अनुसार शादीशुदा जीवन में पति-पत्नी के बीच मतभेद होना स्वाभाविक है। जहां भी दो लोग होते हैं वहां पर मतभेद होना सामान्य सी बात है। लेकिन अगर छोटे-मोटे मतभेद बड़े होकर मनमुटाव में परिवर्तित हो जाए तो यह चिंता का विषय बन जाता है और आगे चलकर यह निरंतर होने वाले झगड़ों और वाद-विवादों का कारण बनता है जिसका नकारात्मक असर स्वयं पति-पत्नी के अतिरिक्त बच्चों पर भी पड़़ता है। 
बेहतर वैवाहिक जीवन के लिए उत्तर वायव्य दिशा का वास्तु सम्मत होना जरूरी है। इसे हमेशा साफ और स्वच्छ बनाये रखें। 
नव विवाहित जोड़े के लिए बेडरूम की व्यवस्था भी उत्तरी वायव्य दिशा में ही होनी चाहिए। यहां स्थित बेडरूम में रह रहे पति-पत्नी के बीच एक दूसरे के प्रति रूचि बनी रहती है और दोनों में अच्छे सम्बन्ध स्थापित होते हैं।
उत्तरी वायव्य में बना बेडरूम नए शादीशुदा जोड़ों के लिए बहुत अच्छा होता है तो वहीं अगर लम्बे समय तक रहने के लिए बेडरूम का चुनाव करना हो या फिर आप घर के मुखिया है तो आपके बेडरूम के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा अधिक बेहतर विकल्प है।यह जीवन को स्थिरता प्रदान करने के साथ ही रिश्तों को बेहतर बनाने का काम करेगा।
बेड (पलंग) का आकार वर्गाकार हो और यह लकड़ी का बना हो। इसके अलावा बेड का डिजाईन बहुत पेचीदा और अजीब नहीं होना चाहिए वरना सोते समय यह मानसिक रूप से असुविधाजनक महसूस कराएगा। शयनकक्ष में बेड व्यवस्थित होने के साथ-साथ सोते वक्त सिर भी दक्षिण या पश्चिम दिशा की रहना चाहिए।
वैवाहिक जिंदगी में किसी भी प्रकार के तनाव से बचने के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा में बेडरूम ना बनाये और 
अगर यहां पर पहले से ही बेडरूम बना हुआ है तो शादीशुदा लोग उसका उपयोग न करना चाहिए।
बेडरूम में दीवारों और फर्नीचर के लिए हल्के रंगों का ही प्रयोग करें। 
कमरे को अनावश्यक सामानों से न भरे।
किचन का निर्माण उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं करना चाहिए। शयनकक्ष के पास किचन पति-पत्नी के बीच संबंधों को खराब करता है। अतः किचन का निर्माण दक्षिण-पूर्व दिशा में करना सर्वोत्तम है।
शादी और परिवार से जुडी तस्वीरें, फोटो एलबम्स इत्यादि को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें। ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच एक-दूसरे के प्रति अच्छी समझ देखने को मिलती है और परिवार में सौहार्द का माहौल बना रहता है। 
घर का वास्तु कहीं न कहीं पति-पत्नी के रिश्तों पर भी प्रभाव डालता है। 
अगर घर में सब कुछ उचित है और सभी चीजें वास्तु के अनुसार है तो पति-पत्नी का रिश्ता मधुर रहता है। लेकिन यदि पति-पत्नी का रिश्ता ठीक नहीं है और आए दिन लड़ाइयां होती रहती है और बात-बात पर विवाद होने लगा है तो समझ लें ये सब वास्तु दोष के कारण हो सकता है।
बेडरूम में गलत जगह पर रखी गलत चीजें पति-पत्नी के रिश्तों में रुकावटें डालती है।  
कमरे की साज-सज्जा वास्तु शास्त्र के हिसाब से करनी चाहिए।
पति-पत्नी के बीच झगड़ा होने का सबसे बड़ा कारण बेडरूम की खिड़की का वास्तु दोष हो सकता है। 
अगर आपके मास्टर बेडरूम का बेड खिड़की के पास है या उससे सटा हुआ नहीं होना चाहिए। ऐसा होने पर पति-पत्नी के बीच बहुत झगड़े होते हैं। अगर ऐसा है तो उस बेड को वहां से हटा दें या खिड़की और बेड के बीच पर्दा लगा दें। इससे दोष का निवारण हो जाएगा।
बेडरूम में दो या उससे अधिक औरतों की तस्वीर लगाने से भी पति-पत्नी के बीच झगड़े होते हैं। कमरे में ऐसी कोई भी तस्वीर रखना जिसमे 2 या अधिक औरते हो तो उसे तुरंत कमरे से हटा देना चाहिए। ये तस्वीर ना केवल घर में वास्तु दोष लाती है बल्कि पति-पत्नी के रिश्ते को भी खराब करती है।
पति-पत्नी के बेडरूम में कभी भी मंदिर नहीं बनवाना चाहिए। पति-पत्नी के बीच बेडरूम में कितना कुछ होता है। ऐसे में क्या वो सब भगवान के सामने करना शुभ है। इतना ही नहीं, रात को सोने का तरीका, पैरों की दिशा और बाकी सारी चीजें भी मंदिर के सामने अच्छा नहीं है। खुद भी ऐसा नहीं चाहेंगे। इसलिए मंदिर हमेशा शयनकक्ष के बाहर होना चाहिए। क्यूोंकि मंदिर में पूर्ण शुद्धता होनी चाहिए और बेडरूम में ये संभव नहीं।कपति-पत्नी के बेडरूम में ऑफिस, स्टडी रूम या टीवी रूम बनाना ठीक नहीं होता। वास्तु के अनुसार, ये पति-पत्नी के बीच होने वाले झगड़े के मुख्य कारणों में से एक है। कमरे में ऑफिस बनाने से प्राइवेसी नहीं रहती, जबकि स्टडी रूम होने से रात में देर तक लाइट के कारण परेशान होना पड़ सकता है। बैडरूम में टीवी रूम बनाने से अच्छी-बुरी हर तरह की चीजों का प्रभाव वहां मौजूद लोगों के व्यवहार और मानसिकता पर पड़ता है। इसीलिए बेडरूम केवल सोने के लिए ही रखें।
बेडरूम में कभी भी बेड के ठीक ऊपर बीम नहीं होना चाहिए। और अगर है भी तो पति-पत्नी को सिरहाना उस तरफ नहीं रखना चाहिए। क्योंकि यह बीम भी पति-पत्नी के बीच होने वाली कलह का कारण होता है।
बेड के निचले हिस्से में बॉक्स में अक्सर लोग जरूरत के सामान रख देते हैं। लेकिन बेड के बॉक्स में रखा यही सामान उनके रिश्तों में कड़वाहट लाने का काम करता है। 
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पति-पत्नी के बेड के अंदर बर्तन, किताबें, टूटा सामान, खराब इलेक्ट्रॉनिक और दवाइयां नहीं रखनी चाहिए। इससे दोनों के रिश्ते में दर्द आ सकती है।शयनकक्ष में लाइट हमेशा हल्की होनी चाहिए और उन्हें ऐसे लगाएं की बेड पर सीधा प्रकाश ना पड़े। लाइट हमेशा पीछे या बायीं ओर से आनी चाहिए।पति-पत्नी के बेडरूम में कहीं भी पानी की तस्वीर वाली पेंटिंग नहीं लगानी चाहिए। यह दांपत्य जीवन में कलह का कारण बनती है। लव बर्ड, बत्तख जैसे पक्षी प्रेम का प्रतीक होते हैं। इनकी तस्वीर या छोटी मूर्तियों को बेडरूम में रखना चाहिए। इससे दांपत्य जीवन सुखी रहेगा और वास्तु दोष का भी निवारण होगा।पति-पत्नी के बेडरूम में कभी भी आइना नहीं लगाना चाहिए।  वो पलंग के ठीक सामने नहीं होना चाहिए और खिड़की के सामने भी नहीं होना चाहिए। ऐसा करने से वास्तु दोष उत्पन्न होता है और दाम्पत्य जीवन में परेशानियां आती हैं।कमरे में गलत स्थान पर रखा पलंग भी पति-पत्नी की बीच कलह का कारण बनता है। इसीलिए शयनकक्ष में पलंग हमेशा दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। सोते समय सिर हमेशा उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं कर सकते तो पश्चिम दिशा में पलंग रख सकते हैं। इस दिशा में पलंग होने पर मुख पूर्व दिशा में और सिरहाना पश्चिम दिशा में रहना चाहिए।
लेखक - Pandit Anjani Kumar Dadhich
पंडित अंजनी कुमार दाधीच
Nakshatra jyotish Hub
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